विटामिन डी क्या है इसकी कमी से होने वाले रोग और इसका उपाय
Vitamin D विटामिन डी हमारे शरीर में पाए जाने वाला बहुत ही महत्वपूर्ण पोषक तत्व है यह प्रो हारमोंस का समूह है जोकि दो प्रकार का होता है विटामिन d2 और विटामिन D3 विटामिन d2( आर्गोकैल्सीफिरौन) और विटामिन D3( कॉलेकैल्सिफेरॉल) विटामिन डी हमको हमारे भोजन से प्राप्त हो जाता है और साथ ही सुबह की सूर्य की किरणों से विटामिन डी त्वचा के माध्यम से प्राप्त होता है Vitamin D हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण है विटामिन डी से हड्डियों दांतो और मांसपेशियों मसल्स के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
विटामिन डी लेवल बच्चों बच्चों युवा और वृद्ध सभी के लिए जरूरी है विटामिन डी लेवल से मानसिक शारीरिक मजबूती मिलती है इसका मुख्य स्रोत सूर्य की किरणें होती है विटामिन डी की कमी से बहुत सारे रोग पैदा होते हैं या होने के चांस बढ़ जाते हैं
विटामिन डी की कमी को विटामिन डी डिफिशिएंसी कहते हैं Vitamin D बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए बहुत ही जरूरी है विटामिन डी की कमी के कारण कैल्शियम और फास्फोरस को शरीर अच्छी तरह से अवशोषित नहीं कर पाता जिसके कारण बच्चों की नॉर्मल ग्रोथ नहीं हो पाती और बच्चे 5 साल 6 साल के होने पर भी 3-4 साल के लगते हैं और बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते
विटामिन डी के लेवल को बनाए रखने के लिए कैसे खाएं सही आहार
पोषक आहार या भोजन जो विटामिन डी के लेवल को बनाए रखता है इसके लिए हमको अपने भोजन में ऐसे खाद्य पदार्थ लेने होंगे जो विटामिन डी के लेवल को बनाने में मदद करता है
Vitamin D3 leval food |
1. भोजन में मैग्नीशियम - भोजन में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जिनमें मैग्नीशियम की मात्रा हो जैसे हरी सब्जी दूध पनीर दूध से बने पदार्थ बादाम मेथी तिल आदि!
2. विटामिन युक्त भोजन - गेहूं ,तुवर दाल, मछली( सेलमन, ट्युना मकरेल ) पनीर अंडा आदि
3. मछली का तेल - मछली का तेल, कोड लीवर तेल ( यह तेल मछली के लीवर से बनाया जाता है इसमें विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होता है साथ ही इसमें बहुत सारी पोषक तत्व विटामिन मिनरल्स भी मिलते हैं) व फिश ऑयल कैप्सूल मे प्रचुर मात्रा में विटामिन डी मिलता है
4. सूर्य की किरणों धूप - विटामिन डी के लिए सूर्य की रोशनी धूप में रहना विटामिन डी के लिए बहुत ही उपयुक्त उपाय है सूर्य किरणों में प्रचुर मात्रा में विटामिन डी हमारे शरीर में सक्रिय हो जाता है
विटामिन डी की कमी से होने वाली समस्या और इन्हें कैसे दूर करें
विटामिन डी की कमीशन होने वाली समस्याएं
1.ओस्टियोपोरोसिस - इस रोग में विटामिन डी की कमी दिख गई है इसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं हड्डियां टेढ़ी होने लगती है जॉइंट कमजोर हो जाते हैं और हड्डियां भुरभुरी खोखली होने लगती हैं
2. बेचैनी तनाव - विटामिन डी की कमी से मानसिक तनाव चिंता थकान चिड़चिड़ापन बात बात पर गुस्सा आना आदि दिखने लगते हैं 3 Rickets - यह बीमारी बच्चों में देखने को मिलती है इसका मुख्य कारण विटामिन डी की कमी होता है इसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं बच्चों का विकास नहीं हो पाता बच्चे सही से चल नहीं पाते
विटामिन D3 लेवल का महत्व बच्चों में
विटामिन B3 लेवल बच्चों के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है विटामिन डी से बच्चों में
1.विटामिन डी से बच्चों की हड्डियां मजबूत होती है उनमें कैल्शियम मैग्निशियम का अवशोषण अच्छे से होता है जिसके कारण बच्चों का फिजिकल विकास अच्छा हो जाता है
2.रिकेट्स बीमारी बच्चों में होती है उसके प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा होती है
3 बच्चों का मानसिक विकास - विटामिन डी से मानसिक विकास अच्छा होता है और बच्चे तंदुरुस्त हो जाते हैं बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए विटामिन D3 लेवल बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है
विटामिन डी की कमी के लक्षण और उपचार
Vitamin डी की कमी के लक्षण
1.हड्डियों का कमजोर होना- विटामिन डी की कमी का मुख्य लक्षण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं जॉइंट पेन होने लगता है
2.चोट घाव लगने पर देर से भरता है
3.दांतों की समस्या - विटामिन डी की कमी से मसूड़ों की सूजन दांतों का दर्द पायरिया समस्याएं देखने को मिलती है
4.तनाव डिप्रेशन - विटामिन डी की कमी से मानसिक तनाव चिड़चिड़ापन दिखने लगता है
5.कमजोरी - विटामिन डी की कमी से शारीरिक कमजोरी भूख कम लगती है चलने फिरने में हड्डियों में जोड़ों में दर्द होने लगता है
6.उच्च रक्तचाप - vitamin D3 की कमी होने पर ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है
7. ब्लड शुगर - विटामिन डी की कमी के कारण शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा नहीं मिल पाती ,यह ऊर्जा शरीर में जमा होने लगती है और डायबिटीज का कारण भी बन जाती है
विटामिन डी की कमी का उपचार
1.सूर्य की रोशनी में बैठना विटामिन डी की कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है
2.विटामिन डी युक्त भोजन को खाने में शामिल करें दूध दही अंडा मछली हरी सब्जियां आदि खाद्य पदार्थ भोजन में शामिल करें
3.विटामिन D3 के सप्लीमेंट कैप्सूल या पाउडर का भी उपयोग आप अपने डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं
4. योगा कसरत विटामिन डी की पूर्ति के लिए स्वस्थ रहने के लिए नियमित तौर पर योगाभ्यास कसरत प्राणायाम करना बहुत ही लाभदायक होता है इसके लिए आप सुबह के समय सूर्य नमस्कार का नियमित तौर से अभ्यास करें साथ में दंड बैठक दौड़ना रस्सी कूदना साइकिल चलाना तेज गति से चल रहा है यह सारी कसरत व्यायाम निश्चित समय पर नियमित तौर पर करने से विटामिन डी की कमी की पूर्ति होती है
फल जिनमें विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है Vitamin D
Mushroom - मशरूम एक ऐसा श्रोत है जिसमें विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है क्योंकि मशरूम को सुबह की किरणों में उगाया जाता है 100 ग्राम mushroom में लगभग 2- 3 माइक्रोग्राम विटामिन डी पाया जाता है
नवरंगी - एक नॉर्मल साइज की नारंगी या 100 ग्राम नारंग के
जूस में लगभग 52 आईयू इंटरनेशनल यूनिट ( 52 IU)विटामिन डी पाया जाता है
पपीता - यह भी विटामिन डी का बहुत अच्छा स्रोत है 1 किलो पपीते में लगभग 58 आई यू विटामिन डी मिल जाता है
अंगूर - अंगूर मे विटामिन डी अच्छी मात्रा में पाया जाता है एक कप या 12-15 अंगूर में लगभग 11 आई यू विटामिन डी पाया जाता है अदरक - लगभग 100 ग्राम अदरक में 0.9 माइक्रोग्राम विटामिन डी पाया जाता है
संतरा - एक मीडियम आकार के संतरे में लगभग 40 आई यू विटामिन डी पाया जाता है
खजूर - 100 ग्राम खजूर में 0.2 माइक्रोग्राम विटामिन डी पाया जाता है
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