डबल मार्कर टेस्ट Double marker test in pregnancy
डाउन सिंड्रोम
डाउन सिंड्रोम एक जेनेटिक अनुवांशिक समस्या होती है जोकि गुणसूत्र या क्रोमोजोम के नंबर की गड़बड़ी से होती है हम सब में 46 क्रोमोसोम होते हैं जोकि 23 23 माता पिता के क्रोमोसोम होते हैं इनमें से क्रोमोजोम या गुणसूत्र नंबर 21 में गड़बड़ी के कारण होती है इस कारण इसे ट्राईसामी-2 भी कहा जाता है यह एक जेनेटिक डिसऑर्डर है
डबल मार्कर टेस्ट क्यों किया जाता है
Double Marker test ( डबल मार्कर टेस्ट ) को करने का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि गर्भ में पल रहे नवजात शिशु को डाउन सिंड्रोम का खतरा तो नहीं है बच्चे में कोई मानसिक या शारीरिक विकलांगता को पहचानने के लिए डॉक्टर यह टेस्ट गर्भवती महिलाओं का कराते हैं क्योंकि क्योंकि जन्म के बाद इस तरह के अनुवांशिक रोग का इलाज कराने से कुछ हद तक फायदा मिल सकता है लेकिन यह जीवन भर कभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं होत
डबल मार्कर टेस्ट कैसे किया जाता है Double Marker test kaise kiya jata hai
डबल मार्कर टेस्ट किसे कराना चाहिए
- वह गर्भवती महिलाएं जिनकी उम्र 35 वर्ष या इससे अधिक है!
- वह गर्भवती महिलाएं (pregnant) जिनके परिवार में पहले से इस तरह की समस्या रही हो!
- यह वह महिलाएं जिन को प्रेगनेंसी के दौरान वायरल संक्रमण हुआ हो!
- वह महिलाएं जोकि अधिक रेडिएशन के संपर्क में रही हो!
डबल मार्कर टेस्ट नॉरमल रिपोर्ट Double marker test normal report
डबल मार्कर टेस्ट कितने का होता है Double marker test price
Double Marker test price ₹ 2500 - 3500
डबल मार्कर टेस्ट पॉजिटिव आने पर क्या करें double marker test positive
एमनियोसेंटेसिस टेस्ट - यह एक तरह का डायग्नोस्टिक टेस्ट है इस प्रक्रिया मे
डबल मार्कर टेस्ट इमेज Double maker test image
FAQs
डबल मार्कर टेस्ट से क्या पता चलता है?
डबल मार्कर टेस्ट हम यह पता लगा सकते हैं कि मां के गर्भ में पल रहे शिशु का मानसिक एवं शारीरिक विकास कैसा है वह किसी अनुवांशिक बीमारी से ग्रसित तो नहीं है
डबल मार्कर टेस्ट कैसे होता है?
डबल मार्कर टेस्ट भी सामान्य टेस्ट की तरह ब्लड सैंपल से होता है इसके लिए आपको खाली पेट रहने की जरूरत नहीं है यह test दिन में किसी भी समय किया जा सकता है
डबल मार्कर टेस्ट कब होता है या टेस्ट कब कराते हैं
डबल मार्कर टेस्ट गर्भावस्था के दौरान पहली तिमाही में 9 सप्ताह से 13 सप्ताह के बीच में करा जाता है
डबल मार्कर टेस्ट कितने का होता है? Double marker test price
ये टेस्ट आपकी हॉस्पिटल डॉक्टर क्लिनिक और पैथोलॉजी लैब पर डिपेंड करता है अधिकतर यह टेस्ट भारत में ₹2500 से ₹3500 तक हो जाता है
डबल मार्कर टेस्ट की नार्मल रेंज
डबल मार्कर टेस्ट की नार्मल लिमिट ! 25700 - 288000 miq/ ml
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