google.com, pub-5050673853034467, DIRECT, f08c47fec0942fa0 hba1c test in hindi Skip to main content

5 super suplyment

hba1c test in hindi

hba1c test meaning in hindi

    Hba1c टेस्ट जो कि खून में शुगर की मात्रा या लेवल को मापने के लिए किया जाता है रक्त में शुगर लेवल जितना अधिक होगा hba1c का लेबल उतना अधिक बनेगा hba1c उतनी अधिक मात्रा में बनता है hba1c टेस्ट से यह भी पता  चलता है कि पिछले 90 दिनों में शुगर लेवल कितने परसेंटेज तक गया है 

    Hba1c टेस्ट का फुल फॉर्म (HbA1c test full form) 

    ग्लाइकोसिलेटेड हिमोग्लोबिन या ग्लाइकटेड हमोग्लोबिन भी कहा जाता है

    Hba1c टेस्ट क्यों किया जाता है 

    Hba1c टेस्ट से पेशेंट या डॉक्टर डॉक्टर यह मालूम कर सकते हैं कि आप का शुगर लेवल पिछले 3 माह में कितना रहा आपको शुगर तो नहीं है या शुगर होने के चांस तो नहीं इसलिए यह टेस्ट डॉक्टर समय समय पर करवाते हैं

    Hba1c टेस्ट क्या है what is HbA1c test in hindi



    ब्लड में मौजूद ग्लाइकटेड हिमोग्लोबिन जो आपकी लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) मे प्रोटीन से चिपक जाता है जैसे आपके रक्त में शुगर का स्तर बढ़ता है आपका हीमोग्लोबिन ग्लूकोस से कोटेड होता जाता है Hba1c टेस्ट इसी कोटेड आरबीसी में मौजूद शुगर लेवल को मापता है ! 

    प्री डायबिटीज prediabetes



    Hba1c टेस्ट से ये भी पता चलता है कि आपका hba1c लेवल सामान्य से अधिक है लेकिन इतना नहीं कि दवाइयां मेडिसिन दी जाए इस लेवल को प्रीडायबिटीज कहते हैं इसको दिनचर्या (लाइफस्टाइल) में कुछ बदलाव करके एवं कुछ डाइट में बदलाव करके तथा (एक्सरसाइज) व्यायाम करके भी कंट्रोल किया जा सकता है इसलिए इस को फ्री डायबिटीज कहते हैं

    Hba1c टेस्ट फॉर डायबिटीज (HbA1c test for diabetes) 

    दुनिया भर में शुगर पेशेंट बढ़ते जा रहे हैं भारत में ही लगभग सात करोड़ शुगर पेशेंट , आजकल बदली हुई लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से युवा भी शुगर पेशेंट होते जा रहे हैं ,और कुछ अनुवांशिकता के कारण भी शुगर पेशेंट होते हैं ! शुगर का मुख्य कारण कहीं न कहीं केमिकल युक्त खाद्य पदार्थ कुछ बाजार में उपलब्ध कोल्ड ड्रिंक जिनमें शुगर की मात्रा अधिक होती है वह भी जिम्मेदार है, शुगर के लिए लोग खाली पेट और खाने के बाद टेस्ट कराते हैं और कुछ लोग रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट बनाते हैं लेकिन इन टेस्टों में प्रजेंट शुगर लेवल ही आता है पिछले 3 महीनों में या 90 दिन में आपका शुगर लेवल कितने पर्सेंट गया है उसके लिए hba1c टेस्ट टेस्ट करा करें यह मालूम कर सकते हैं कि आपको डायबिटीज है या प्रीडायबिटीज है या नॉनडायबीटिक यह जानकारी आपको hba1c टेस्ट से ही लगती है! 



    How much does HbA1c test cast (HbA1C test price) hba1c टेस्ट कितने का होता है

    Hba1c टेस्ट के रेट पैथोलॉजी लैब ,हॉस्पिटल ,नर्सिंग होम पर डिपेंड करता है यह  लगभग ₹250 से ₹700तक होता है

    Hba1c टेस्ट कैसे होता है 

    यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसमें नर्स डॉक्टर या पैथोलॉजी टेक्नीशियन पेशेंट की नस से ब्लड लेकर एक विशेष प्रकार की ट्यूब में रखते हैं जिसे EDTA या K2 कहते हैं ट्यूब में ब्लड क्लोट नहीं होता इस सैंपल से टेस्ट होता है इस टेस्ट मे 25 से 30 मिनट का समय लगता है


    Hba1c की नार्मल रेंज what is HbA1c normal level

    HbA1c ℅   4.0 - 5.6℅        normal
                       5.7 - 6.4 %      prediabetec
                       6.5% Or more ,diabetes
    यदि आपका हीमोग्लोबिन a1c लेवल 5.6 ℅ कम है तो आप का शुगर नॉर्मल है आप डायबिटिक नहीं है और यही hba1c लेवल 5.7 % से 6.4℅ तक है तो आप prediabetes
    की रेंज में है इस स्थिति में आपको बिना कोई दवाई के शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है कुछ खानपान में बदलाव और कुछ व्यायाम योग द्वारा कंट्रोल किया जा सकता हैं! 
    जब आपका hba1c लेवल 6.5 ℅℅ या इससे ज्यादा हो तो आप डायबिटीज पेशेंट हो सकते हैं

    HbA1c chart (A1c चार्ट) 


    Hba1c टेस्ट खाली पेट होता है क्या ? 

    Hba1c टेस्ट के लिए कभी भी जा सकते हैं इसके लिए खाली पेट खाने के बाद या रेंडम कभी भी यह टेस्ट कर सकते हैं क्योंकि यह टेस्ट आपके हीमोग्लोबिन में स्थित  लाल रक्त कणिकाएं (RBCs)के ऊपर ग्लूकोज के कोटेड लेवल पर होता है! 

    Hba1c टेस्ट कब करना चाहिए?

    हीमोग्लोबिन a1c टेस्ट से हमको 3 महीने का शुगर लेवल पता चलता है ये टेस्ट करने के लिए आप किसी पैथोलॉजी लैब ,डॉक्टर या हॉस्पिटल से संपर्क कर सकते हैं अगर आप स्वस्थ और आपकी उम्र 40 से ऊपर है तो आप साल में 2 बार कर सकते हैं  अगर आप डायबिटिक है तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार ए टेस्ट रिपीट करा सकते हैं 

    कुछ लक्षण जिनके चलते आप hba1c टेस्ट करा सकते हैं

    1. आपको बार-बार पेशाब आए! 
    2. कहीं चोट लग जाने पर घाव भरने में टाइम लड़ना ! 
    3. याददाश्त कमजोर होना ! 
    4. दुबलापन आंख में धुंधला दिखाई देना
    5. लगातार वजन बढ़ने पर
    6. अगर आपके परिवार में कोई शुगर पेशेंट है पहले से तब भी टेस्ट करा सकते हैं

    क्या गर्भवती महिला की hba1c जांच कराई जाती है


    प्रेगनेंसी के दौरान शुगर टेस्ट करने के लिए hba1c टेस्ट करा सकते है लेकिन इसके लिए ओजीटीटी(OGTT) ओरल ग्लूकोस टोलरेंस टेस्ट करते हैं

    क्या hba1c टेस्ट घर पर कर सकते हैं

    Hba1c टेस्ट घर पर नहीं किया जा सकता , यह डॉक्टर पैथोलॉजिस्ट या विशेषज्ञ की देखरेख में होता है यह बहुत बहुत ही सेंसिटिव टेस्ट है इससे पेशेंट डायबिटीज है या non-diabetic निर्भर करता है

    Hba1c लेवल कम कैसे करें? 





    Hba1c लेवल को कम करने के लिए नियमित व्यायाम करें ,पैदल चले ,स्विमिंग करें ,अच्छी नींद लें, पौष्टिक आहार करें और तनावमुक्त रहें ! 

    FAQS

    Hba1c टेस्ट क्या है? 

    ब्लड में मौजूद ग्लाइकटेड हिमोग्लोबिन जो आपकी लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) मे प्रोटीन से चिपक जाता है जैसे आपके रक्त में शुगर का स्तर बढ़ता है आपका हीमोग्लोबिन ग्लूकोस से कोटेड होता जाता है Hba1c टेस्ट इसी कोटेड आरबीसी में मौजूद शुगर लेवल को मापता है !

    What is normal HbA1c level, hba1c नॉरमल रेंज

    HbA1c ℅ 4.0 - 5.6℅ normal 5.7 - 6.4 % prediabetec 6.5% Or more ,diabetes यदि आपका हीमोग्लोबिन a1c लेवल 5.6 ℅ कम है तो आप का शुगर नॉर्मल है आप डायबिटिक नहीं है और यही hba1c लेवल 5.7 % से 6.4℅ तक है तो आप prediabetes की रेंज में है इस स्थिति में आपको बिना कोई दवाई के शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है कुछ खानपान में बदलाव और कुछ व्यायाम योग द्वारा कंट्रोल किया जा सकता हैं! जब आपका hba1c लेवल 6.5 ℅℅ या इससे ज्यादा हो तो आप डायबिटीज पेशेंट हो सकते हैं

    HbA1c blood test in hindi

    Hba1c टेस्ट जो कि खून में शुगर की मात्रा या लेवल को मापने के लिए किया जाता है रक्त में शुगर लेवल जितना अधिक होगा hba1c का लेबल उतना अधिक बनेगा hba1c उतनी अधिक मात्रा में बनता है hba1c टेस्ट से यह भी पता चलता है कि पिछले 90 दिनों में शुगर लेवल कितने परसेंटेज तक गया है

    How much does HbA1c test cast? HbA1c test price

    Hba1c टेस्ट के रेट पैथोलॉजी लैब ,हॉस्पिटल ,नर्सिंग होम पर डिपेंड करता है यह लगभग ₹250 से ₹700तक होता है

    Hba1c टेस्ट खाली पेट होता है क्या?

    Hba1c टेस्ट के लिए कभी भी जा सकते हैं इसके लिए खाली पेट खाने के बाद या रेंडम कभी भी यह टेस्ट कर सकते हैं क्योंकि यह टेस्ट आपके हीमोग्लोबिन में स्थित लाल रक्त कणिकाएं (RBCs)के ऊपर ग्लूकोज के कोटेड लेवल पर होता है!

    क्या hba1c टेस्ट घर पर कर सकते हैं?

    Hba1c टेस्ट घर पर नहीं किया जा सकता , यह डॉक्टर पैथोलॉजिस्ट या विशेषज्ञ की देखरेख में होता है यह बहुत बहुत ही सेंसिटिव टेस्ट है इससे पेशेंट डायबिटीज है या non-diabetic निर्भर करता है

    नोट - 

    यह लेख मेडिकल रेपोर्ट के आधार पर लिखा गया है कोई भी जाँच या ट्रीटमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले! 

    Referenc renge according to American diabetes Association
    and Who 

    Comments

    Popular posts from this blog

    डायबिटीज लक्षण और उपाय, डाइट चार्ट

      डायबिटीज मधुमेह Diabetes डायबिटीज सारी दुनिया की बात करें तो (Diabetes)मधुमेह पेशेंट की संख्या डब्ल्यूएचओ (WHO)विश्व स्वास्थ संगठन के सर्वे के आधार पर लगभग 44.2 करोड़ है यह संख्या सारी दुनिया में है वहीं भारत की बात करें तो 7.2 करोड़ लोग डायबिटीज से ग्रसित हैं जोकि एक बहुत बड़ा आंकड़ा है यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है क्योंकि बहुत से लोगों को डायबिटीज अपनी शुगर की जानकारी नहीं है ICMR के अनुसार भारत में 11.4% तकरीबन 10 करोड़ लोग शुगर पेशेंट है और 13.60 प्रीडायबिटीज पेशेंट है भारत को डायबिटीज का कैपिटल भी कहा जाता है विश्व में जितने भी शुगर पेशेंट हैं उनमें से 90 पर्सेंट शुगर पेशेंट टाइप 2 डायबिटीज के हैं दुनिया में मधुमेह से पीड़ित होने वालों में 5 व्यक्ति भारत का है  दुनिया भर में 11 लोगों में से 1 शुगर पेशेंट है शुगर एक महामारी का रूप लेता जा रहा है जो एक भयानक स्थिति पैदा कर सकता है डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण रक्त में ग्लूकोस की मात्रा  सामान्य स्तर से  अधिक बढ़ जाती है इस स्थिति को डायबिटीज कहते हैं इसका मुख्य कारण पेनक्रियाज में जो इंसुलिन हार्मोन बनता...

    डार्क चॉकलेट खाने के फायदे, Best dark chocolate

    डार्क चॉकलेट का ऐतिहासिक महत्व डार्क चॉकलेट का इतिहास हजारों साल पुराना है। इसे सबसे पहले माया और एज़टेक सभ्यताओं ने खोजा था। प्राचीन समय में कोकोआ बीन्स को "देवताओं का भोजन" कहा जाता था। माया सभ्यता में इसे अनुष्ठानों और धार्मिक आयोजनों का हिस्सा माना जाता था। एज़टेक लोग कोकोआ को मुद्रा के रूप में भी उपयोग करते थे। जब यूरोपीय लोगों ने कोकोआ की खोज की, तो उन्होंने इसे मीठा बनाकर दुनिया भर में लोकप्रिय बना दिया। 19वीं शताब्दी में डार्क चॉकलेट का उत्पादन व औद्योगिक रूप से शुरू हुआ, और यह एक प्रीमियम खाद्य उत्पाद बन गया। डार्क चॉकलेट का उत्पादन और प्रक्रिया डार्क चॉकलेट बनाने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है, जिसमें कोकोआ बीन्स को कई चरणों से गुजरना पड़ता है। कोकोआ की खेती: कोकोआ के पेड़ मुख्यतः उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों जैसे अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया में उगाए जाते हैं। कोकोआ बीन्स को फलों के भीतर पाया जाता है, जिन्हें मैन्युअल रूप से निकाला जाता है। फर्मेंटेशन: बीन्स को किण्वन (फर्मेंटेशन) के लिए रखा जाता है। यह प्रक्रिया उनके स्वाद को गहराई प्रदान करती है। ...

    "सस्ते इंजेक्शन से राहत या खतरा? जानिए घुटनों और कंधों के दर्द में सही इलाज!"

      क्या सस्ते इंजेक्शन लगवाना घुटनों और कंधों के दर्द में सुरक्षित है? Knee pain  📚 विषय-सूची (Table of Content): झोलाछाप डॉक्टर कौन होते हैं? क्या ये इंजेक्शन सुरक्षित होते हैं? सस्ते इंजेक्शन लगाने के जोखिम और दुष्प्रभाव किस प्रकार के डॉक्टर से मिलना चाहिए? इंजेक्शन लगाने वाले डॉक्टर की डिग्री क्या होनी चाहिए? घुटनों और कंधों के दर्द का सही इलाज कौन कर सकता है? प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प निष्कर्ष: क्या सस्ते इंजेक्शन लगवाना सही है? 🩺 1. झोलाछाप डॉक्टर कौन होते हैं? झोलाछाप डॉक्टर वे होते हैं जो बिना किसी मान्यता प्राप्त डिग्री (Recognized Degree) के मेडिकल प्रैक्टिस करते हैं। ये सस्ते इलाज और इंजेक्शन के नाम पर लोगों को बहकाते हैं। अधिकतर ये गांव-देहात और छोटी जगहों में सक्रिय रहते हैं और कम कीमत में इलाज का दावा करते हैं। इनके पास कोई औपचारिक मेडिकल ट्रेनिंग नहीं होती और ये गलत उपचार से मरीजों को गंभीर खतरे में डाल सकते हैं। 👉 कैसे पहचानें? क्लिनिक पर कोई प्रमाणित डिग्री नहीं लगी होती है। सस्ते और जल्दी इलाज का दाव...