1.फुल बॉडी चेकअप: पूरे शरीर की जांच और इसकी कीमत फुल बॉडी चेकअप: पूरे शरीर की जांच और इसकी कीमत
- Full body checkup - फुल बॉडी चेकअप में शरीर के लगभग हर एक अंग का परीक्षण किया जाता है आजकल की व्यस्त तनावपर्ण दिनचर्या बाहर का खानपान फास्ट फूड जंक फूड खाने में शामिल कोल्ड ड्रिंक केमिकल युक्त खाना नींद कम लेना तनाव डिप्रेशन के कारण लोगों में बहुत सारी बीमारियां हो जाती है जैसे थायराइड, मोटापा, ब्लड शुगर ,ब्लड प्रेशर, माइग्रेन , बालों का झड़ना कमजोरी ,थकान आदि बीमारियों के चलते full body checkup डॉक्टर के अनुसार 40 वर्ष से ऊपर के लोगों को साल में एक बार फुल बॉडी चेकअप जरूर करना चाहिए और जो लोग 40 वर्ड से वर्ष से कम आयु के हैं उन लोगों को 2 साल मे फुल बॉडी चेक अप विशेष रुप से करना चाहिए! शरीर के जो अंग कार्य कर रहे हैं उनकी कार्यकमता और उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए फुल बॉडी चेकअप महत्वपूर्ण है फुल बॉडी चेकअप से हर एक अंग का बारीकी से परीक्षण हो जाता है इसके आधार पर डॉक्टर हमको विशेष सलाह देते हैं फुल बॉडी चेकअप यह संकेत देता है कि आपके शरीर में किस चीज की कमी है कौन सी चीज बैलेंस है और क्या आपकी शरीर में बढ़ रहा है इसके अनुसार डॉक्टर आपकी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कुछ मेडिसन और कुछ स्वस्थ संबंधी सलाह देते हैं
2.Full body checkup test ( फुल बॉडी चैकअप में कौन-कौन सी टेस्ट होते हैं
Full body checkup मे किए जाने वाले टेस्ट
- डॉक्टर फिजीशियन शरीर का बाहरी चेकअप करते हैं
- ब्लड का टेस्ट
- ईसीजी
- एक्स-रे
- टीएमटी
- महिलाओं में मैमोग्राफी
- sonography
- आंखों की जांच
- कान की जांच
- पेशाब का सैंपल
- डेंटल चेक अप
2.1 फिजिकल चेक अप
- इस जांच के अंतर्गत आपका डॉक्टर फिजीशियन शरीर का बाहरी बॉडी चेक अप करते हैं ब्लड प्रेशर (BP) height, weight ,temperature ,oxygen level (Spo2) , बॉडी मास इंडेक्स ( BMI)
2.2 ब्लड टेस्ट- ब्लड टेस्ट में बहुत सारे प्रोफाइल आते हैं इसके लिए ब्लड सैंपल खाली पेट लेना होता है जिसमें लगभग सभी रूटीन टेस्ट किए जाते हैं
CBC -
(complete blood count ) - हीमोग्लोबिन Hb%, TLC, टोटल ल्यूकोसाइट काउंट , (WBC) ,
DLC, different leukocyte count - न्यूट्रोफिल, लिंफोसाइट्स, मोनोसाइट , योसिनोफिल्, बसोफिल्स ,प्लेटलेट , MCV, MCH, MCHC, HCT, RBC (Red blood cells) immuncher cells mature cells etc
सीवीसी कंपलट ब्लड काउंट टेस्ट बहुत ही कॉमन टेस्ट पर बहुत ही उपयोगी टेस्ट है सीबीसी टेस्ट के माध्यम से ही डॉक्टर पता करते हैं कि शरीर में कितने ग्राम खून hb%हैं सेल्स कितनी (RBC,TLC,DLC,PLATELET) है डब्ल्यू सी आर बी सी प्लेटलेट की संख्या कितनी है एनीमिया निमोनिया ब्लड कैंसर सिकल सेल थैलेसीमिया आदि गंभीर बीमारियों की जानकारी सीबीसी टेस्ट के माध्यम से ही लगती है
RFT ( रिनल फंक्शन टेस्ट ) किडनी प्रोफाइल टेस्ट ,इसके अंतर्गत जो टेस्ट होते हैं
- यूरिया Urea
- क्रिएटिनिन serum creatinine
- यूरिक एसिड uric Acid
- कैल्शियम calcium
- सोडियम sodium
- पोटैशियम potasium
- क्लोराइड cloride
किडनी के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए यह टेस्ट बहुत ही महत्वपूर्ण है आर एफ टी के माध्यम से किडनी स्टोन किडनी इन्फेक्शन नेफ्रॉन की जानकारी के लिए बहुत जरूरी है इसके अलावा डायबिटीज ,ज्वाइट पेन,
ब्लड प्रेशर ,थायराइड, inflammation,
डायलिसिस, पीलिया, कैंसर जैसी बीमारियों में अभी आरएफटी टेस्ट करा जाता है बुखार उल्टी दस्त जैसी समस्या में आरएफटी में सोडियम पोटेशियम टेस्ट कराए जाते हैं
LFT -Liver function test ( लिवर प्रोफाइल टेस्ट) इस प्रोफाइल के अंतर्गत जो टेस्ट होते हैं
- SGOT, (AST)
- SGPT, (ALT)
- ALKPO4,
- PROTEIN,
- ALBUMIN,
- GLOBULIN,
- BILIRUBIN T&D
- GGTP
लिवर फंक्शन टेस्ट बहुत ही जरूरी है स्वास्थ्य के लिए एलएफटी (LFT) के माध्यम से लीवर स्वस्थ की जानकारी प्राप्त की जाती है यह एल एफ टी टेस्ट पीलिया ,उल्टी ,डाइजेशन, पेट दर्द, भूख ना लगना या कम लगना, वजन ना बढ़ने ,कमजोरी, लीवर में सूजन ,लिवर कैंसर ट्यूबरक्लोसिस ,टाइफाइड , सर्जरी के बाद, प्रेगनेंसी में फिटनेस चेकअप ,मे लिवर फंक्शन टेस्ट कराए जाते हैं
Bilirubin T&D - पीलिया को दर्शाता है
SGOT, SGPT, ALKPO4, लिवर एंजाइम्स होते हैं जोकि डाइजेशन मे सहायक होते हैं
Protein albumin Global की मात्रा को lft मे ही किया जाता हैं
LIPID PROFILE लिपिड में जो टेस्ट होते हैं
- Cholesterol
- Triglyceride
- HDL Cholesterol
- LDL Cholesterol
- VLDL Cholesterol
- Chol/HDL Ratio
THYROID - थायराइड प्रोफाइल में होने वाली टेस्ट
T3 T4 TSH
HbA1C - पिछले 3 महीने का शुगर लेवल जानने के लिए hba1c टेस्ट होता है
Sugar- शुगर में आने वाले टेस्ट
FBS, PPBS
VITAMIN - विटामिन टेस्ट जोकि फुल बॉडी चेक अप में किए जाते हैं
- Vitamin B12
- Vitamin D level
Urine R/M - यूरीन रूटीन एंड माइक्रोस्कोपिक टेस्ट में होने वाली टेस्ट-
Urine sugar, urine protein, ketone, ph level, bile salth, bile pigments, urobilinogen, nitrate, blood, microscopic test- pus cells, red blood cells, white blood cells, crystals, spermatozoa, yeast, bacteria, amorphous material, epithelial cell, etc
2.3 ECG - ईसीजी के माध्यम से पिटाई की ह्रदय की स्थिति का अध्ययन किया जाता है 12 चैनल ईसीजी
V1, V2, V3, V4, V5, V6, avr, avf, avl, right arm, left arm, right leg, left leg,
2.4 X-Ray - फुल बॉडी चेकअप में रूटिंग चेस्ट x-ray किया जाता है पोस्टीरियर इंटीरियर और एंटीरियर पोस्टीरियर view ले जाते जाते
2.5 TMT - ट्रेडमिल टेस्ट लेटेस्ट हार्ट की चलती हुई पोजीशन को रिकॉर्ड किया जाता है इसके अंतर्गत पेशेंट को 10- 15 मिनिट चलाया जाता है टीएमटी मशीन के ऊपर जिसमें एक बेल्ट घूमता घूमता है और पीएमटी मशीन धीरे-धीरे अपनी गति को बनाती जाती है उस समय पेशेंट का ब्लड प्रेशर पल्स आदि पैरामीटर को नोट किया जाता है full body checkup पेशेंट को मशीन पर 10 से 30 मिनट चलाया जाता है और चलते हुए हॉट की हर एक मूवमेंट को रिकॉर्ड की जाता है जिसको हम चलती हुई ईसीजी कह सकते हैं
2.6 मैमोग्राफी Memograghy - मैमोग्राफी में महिलाओं के लिए ब्रेस्ट का एक्स-रे किया जाता है इसके अंतर्गत यह देखते हैं कि महिला को ब्रेस्ट में किसी तरह का इन्फेक्शन कोई गठान या कोई घाव तो नहीं है यह भी एक प्रकार का एक्स-रे होता है
2.7 सोनोग्राफी यूएसजी ( USG) सोनोग्राफी में डॉक्टर चेक करते हैं कि आपके पेट में किडनी, लीवर, फेफड़े आदि में कहीं कोई सूजन इन्फेक्शन ,सिस्ट, स्टोन पथरी ,आदि तो नहीं!
2.8 आंखों की जांच Eye checkup - डॉक्टर आप्थाल्मालॉजिस्ट के द्वारा आंखों का चेकअप किया जाता है इसमें आपकी दूर की नजर पास की नजर मोतियाबि आदि
2.9 urine R/M - फुल बॉडी चेकअप में यूरिन सिपल भी बहुत महत्वपूर्ण होता है यूरिन सैंपल में स्क्रीन सेवर यूरिन शुगर एल्बुमिन बैक्टीरिया fungal amorphosp material crystal kitten bodies pH balance etc. parameter check kiye Jaate Hain
3.0 डेंटल चेकअप Dental
डॉक्टर डेंटिस्ट के द्वारा पेशेंट के दांत का चेकअप किया जाता है मसूड़ों से खून आना मसूड़ों में सूजन दातों में सड़न ,कीड़े लगना, दर्द, ठंडा गरम लगना आदि चेकअप किए जाते हैं
3. Full body checkup कौन-कौन लोग करा सकते है
फुल बॉडी चेकअप टेस्ट वैसे तो सभी के लिए है कोई भी लोग करा सकते हैं इसमें कोई बंदिश नहीं है
लेकिन ऐसे लोग जरूर कराएं:-
- जिन लोगों की उम्र 40 वर्ष से अधिक है
- वो लोग जिनका वजन अधिक है
- ऐसे मरीज जिनको शुगर बीपी या थायराइड जैसी कोई समस्या है
- वो लोग जिनके परिवार की हिस्ट्री है शुगर की थायराइड की ब्लड प्रेशर की या किसी क्रॉनिक बीमारी
- ऐसे सभी लोग जिनको थकान रहती हो कमजोरी हो मानसिक तनाव हो
- ऐसी सभी महिलाएं जिनको माहवारी में समस्या हो
- जिनकी उम्र 40 वर्ष से कम है लेकिन स्वस्थ नहीं रहते ,फुल बॉडी चेकअप करा सकते हैं और जो लोग स्वस्थ भी हैं वो लोग 2 साल में कम से कम एक बार फुल बॉडी चेकअप जरूर कराएं
फुल बॉडी चेकअप कान के पहले तैयारी
फुल बॉडी चेकअप टेस्ट कराने के पहले अपने नजदीकी डायग्नोस्टिक सेंटर पर जाकर सारी जानकारी प्राप्त करें ,कि एक ही सेंटर पर सारी व्यवस्था हो जैसे कि सोनोग्राफी मशीन मैमोग्राफी मशीन ईसीजी एक्स-रे पैथोलॉजी डॉक्टर विशेषज्ञ फीमेल स्टाफ और फुल बॉडी चैकअप पैकेज कितने का है और रिपोर्ट के बाद डॉक्टर कौन उपलब्ध है और टेस्ट में कितना टाइम लगेगा ,कब आना है साथ में कौन कौन से डॉक्यूमेंट लाना है कोई आईडी वगैरह और सैंपल के लिए सुबह खाली पेट आना है या कुछ खा कर आना है यह सारी जानकारी पहले से कर ले! अगर आपको केवल ब्लड टेस्ट वाला चेकअप कराना है तो पैथोलॉजी सेंटर से संपर्क कर सकते हैं उनका पैकेज कौन सा है उसमें कितने टेस्ट आएंगे कितने का है रिपोर्ट कब मिलेगी ! ब्लड सैंपल देने के लिए कब आना है या वह लोग घर से सैंपल ले जाएंगे क्योंकि आजकल होम कलेक्शन सुविधाएं लगभग सभी पैथोलॉजी वाले उपलब्ध कराते हैं
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